Hindi, asked by aliyaghausiaemailcom, 1 month ago

कोरोना महामारी में पर्व त्योहार मनाना .एक अनुच्छेद लिखें​

Answers

Answered by indranishymoli
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GOOD MORNING HAVE A GREAT DAY AHEAD

Explanation:

I DON'T KNOW THIS ANSWER

Answered by khilendrachouhan
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Answer:

कोरोना महामारी का कहर लगातार जारी है। ऐसे में लोगों की सामाजिक व आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह ठप हो गई हैं। महामारी का असर पर्व त्योहारों व पौराणिक परम्पराओं पर भी पड़ा है। मार्च के बाद पडऩे वाले अमूमन सभी त्योहार या तो नहीं मनाए गए या फिर लोग घर की चहारदीवारी के अंदर ही मनाने को मजबूर दिखे। कोरोना महामारी ने एक तरह से त्योहारों की भव्यता व रौनकता पर ग्रहण लगा दिया है। भाई बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन के रौनक पर भी ग्रहण लग दिया।अमूमन रक्षाबंधन आने के 10 दिन पहले से ही हाट बाजार में राखी की दुकानें सज जाती थी। रक्षाबंधन के दिन बाजारों में चहल पहल रहती थी। लेकिन इस बार कोरोना प्रकोप के कारण लागू अनलॉकडाउन केे कारण बाजारों में सन्नाटा पसरा है। त्योहार को लेकर मिठाई, चॉकलेट सहित गिफ्ट आयटम की बाजारों में जमकर खरीदारी होती थी, जिससे व्यापारियों का कारोबार बढ़ता था और मुनाफा भी मिलता था। लेकिन इस बार रक्षाबंधन की खरीदारी पर कोरोना का साया पूरी तरह दिख रहा है। रक्षाबंधन के दिन बाजारों में राखी की दुकानें, मिठाई की दुकानों का कारोबार सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना अधिक रहता था। लेकिन रक्षाबंधन पर राखी मिठाई की बिक्री काफी कम रही। जानकर बताते हैं कि इसकी तीन प्रमुख वजह हैं। एक तो कई माह के लॉकडाउन और अनलॉक में लॉकडाउन की कई शर्तों के कारण बाजार और कारोबार काफी प्रभावित हुआ है, दूसरा रक्षाबंधन सोमवार को है और इससे ठीक पहले शनिवार को बक़रीद का त्यौहार था फिर रविवार छुट्टी व जिला प्रशासन से जारी दुकान खोलने के जारी रोस्टर में अमूमन सभी दुकानें बंद रखने के आदेश होने के कारण न तो दुकानें खुली और न ही लोग बेवजह बाहर निकले। तीसरा लोगों में कोरोना संक्रमण के डर केकारण बाहर निकलने से लेकर भीड़ में जाकर खरीदारी करने और दुकानों पर बने सामान के प्रयोग को लेकर डर है। ऐसे में इन तीनों कारणों के चलते रक्षाबंधन का बाजार पचास फीसदी तक कम रहा।जो कि व्यापारियों के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

मिठाई कारोबार को जोर का झटका: कोरोना ने त्योहार पर मिठाई के कारोबार को भी जोर का झटका दिया है। रक्षाबंधन के त्योहार पर मिठाई का शहर और विभिन्न हिस्सों में बड़ा कारोबार होता था। लेकिन इस बार कारोबार पचास फीसदी हो गया। क्योंकि अभी भी कोरोना की घबराहट में लोग मिठाई आदि खाने से परहेज कर रहे हैं।आमतौर पर लोग घर पर ही बनी मिठाइयों का उपयोग करना ज्यादा बेहतर मानते हैं।ऐसे में रक्षाबंधन पर भी ज्यादातर लोग घरों में बनी मिठाई को ही बेहतर विकल्प मान कर बाजरों की मिठाइयों से दूरी बनाये रखा। बहरहाल कोरोना महामारी की वजह से लोग घरों में रहो सुरक्षित रहो के सिद्धांत पर ही अमल करना बेहतर मान रहे है।

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