कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकाकरण की दो खुराकों के बीच एक निश्चित अंतराल रखना क्यों अनिवार्य है ? इस तथ्य की सच्चाई पर प्रकाश डालें.,please answer this question in 150 word don't cheat
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नई दिल्ली: केंद्र ने सोमवार को कोविशील्ड टीके की दूसरी खुराक लेने के समय अंतराल को संशोधित कर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इसे 4-6 सप्ताह के बीच देने की बजाय 4-8 सप्ताह के बीच देने के लिए कहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘उभरते वैज्ञानिक साक्ष्यों के मद्देनजर विशिष्ट कोविड-19 टीका यानी कोविशील्ड की दो खुराक के बीच के समय अंतराल को टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) और उसके बाद एनईजीवीएसी (COVID-19 के लिए वैक्सीन प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह) द्वारा उसकी 20वीं बैठक में पुनरीक्षित किया गया है, जिसके तहत पहली खुराक के बाद कोविशील्ड की दूसरी खुराक 4-6 सप्ताह के अंतराल की बजाय 4-8 सप्ताह के अंतराल पर देने की सिफारिश की गई है.’
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा कि मंत्रालय ने एनटीएजीआई और एनईजीवीएसी की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है.
उन्होंने कहा, ‘और इसके बाद राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी है कि पहली खुराक के 4-8 सप्ताह के समय अंतराल के भीतर लाभार्थियों को कोविशील्ड की दूसरी खुराक देना सुनिश्चित किया जाए.’
मंत्रालय ने कहा कि दो खुराक के बीच संशोधित समय अंतराल का यह फैसला केवल कोविशिल्ड टीके पर लागू है, कोवैक्सीन टीके पर नहीं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आग्रह किया है कि वे संबंधित अधिकारियों को तदनुसार आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दें.
कोविशील्ड टीका भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित है, जबकि कोवैक्सीन भारत बायोटेक द्वारा विकसित किया गया है.
समय अंतराल को संशोधित करने का फैसला उस समय सामने आया जब अमेरिका, चिली और पेरू में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर बड़े पैमाने पर किए परीक्षण के परिणाम घोषित किए गए. उन परीक्षणों में यह पता चला कि लक्षण युक्त कोविड-19 की रोकथाम करने में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन 79 प्रतिशत सक्षम है.