Hindi, asked by nirvanaravina, 1 month ago

क्रिया के भेदों को कितने तरह से जाना जाता है?​

Answers

Answered by Dnyaneshwarilambhate
0

Answer:

क्रिया क्या है?

क्रिया के भेदो के बारे में जानने से पहले हमें जानना होगा की क्रिया क्या होती है। आसान शब्दों में कहा जाए तो क्रिया का मतलब होता है काम। किसी भी वाक्य में जिस शब्द से किसी कार्य यानी काम के बारे में पता चलता हो वह शब्द क्रिया कहलाती है। या वाक्य में जिस शब्द से किसी

Explanation:

हिंदी के किसी वाक्य में क्रिया के शब्द से किसी कार्य का भूतकाल में समाप्त हो जाने, किसी कार्य का वर्तमान में चलने या किसी कार्य का भविष्य में होने का बोध भी हो सकता है यानी कोई काम या तो पूरा हो चुका हो या अभी चल रहा हो या भविष्य में होने वाला हो तीनों ही प्रकार के कार्य क्रिया कहलाएंगे।

क्रिया के उदाहरण के लिए

हरि सो रहा है।

सोनम गा रही है।

रवि खा चुका है।

सोहन मुंबई जाने वाला है।

क्रिया के कितने भेद होते हैं?

क्रिया के भेद कर्म के आधार पर और रचना के आधार पर अलग-अलग होते हैं। क्रिया को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है।

कर्म के आधार पर क्रिया दो प्रकार की होती है –

अकर्मक क्रिया

सकर्मक क्रिया

1. अकर्मक क्रिया

आसान शब्दों में अकर्मक क्रिया का मतलब है कर्म के बिना अर्थात जिन क्रियाओं को कर्म की जरूरत नहीं पड़ती उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।

इसमें क्रियाओं का फल करता को मिलता है। अंग्रेजी में इसे intransitive verb कहा जाता है। कर्म के बिना का मतलब है ऐसी क्रिया जिसे लिखने के बाद क्या और किसको का उत्तर लिखने की आवश्यकता नहीं होती है।

उदाहरण के लिए सोना, ठहरना, मरना, चलना, दौड़ना तैरना, रोना, उड़ना, बैठना, डरना इत्यादि अकर्मक क्रिया है। इन्हें लिखने के बाद क्या और किसको का उत्तर लिखने की आवश्यकता नहीं होती है जैसे सोया तो क्या सोया या किसको सोया नहीं पूछा जा सकता है, या दौड़ा तो क्या दौड़ा और किसको दौड़ा नहीं पूछा जाएगा।

चौहान सोता है।

मोहन बैठा है।

चिड़िया उड़ती है।

मछली तैरती है।

राम दौड़ेगा।

वह व्यक्ति मर चुका था।

उपयुक्त वाक्यों में इस्तेमाल होने वाले क्रिया के शब्द अकर्मक क्रियाए हैं।

अकर्मक क्रिया के विपरीत सकर्मक क्रिया का अर्थ है कर्म के साथ, अर्थात जिस क्रिया का प्रभाव करता पर ना पड़कर कर्म पर पड़ता है। अंग्रेजी में इसे transitive verb कहा जाता है। कर्म के साथ का मतलब है जिस क्रिया को लिखने के बाद क्या और किसको का उत्तर लिखने की जरूरत होती है।

उदाहरण के लिए पढ़ना, काटना, खाना, लिखना, लेना, देखना, पकाना इत्यादि सकर्मक क्रिया है। वाक्य में इन क्रियाओं के लिखे होने पर क्या और किसको का उत्तर लिखने की जरूरत होती है जैसे पढ़ा तो क्या पढ़ा, काटा तो क्या काटा, लिखा तो क्या लिखा, दिया तो किसको दिया इत्यादि पूछा जा सकता है।

श्याम लकड़ी काटता है

सीता खाना पकाती है।

रवि लिखता है।

वह खा चुका था।

राम पढेगा।

उपयुक्त वाक्यों में काटना, पकाना, खाना, लिखना, पढ़ना सभी सकर्मक क्रिया आए हैं इनका प्रभाव कर्म पर पड़ता है। जैसे काटता है तो क्या काटता है, पकाता है तो क्या पकाता है, लिखता है तो क्या लिखता है इत्यादि।

सकर्मक क्रिया यानी transitive verb के भी दो भेद होते हैं।

एककर्मक क्रिया और

द्विकर्मक क्रिया

जिसे अंग्रेजी में monotransitive और ditransitive कहा जाता है।

Similar questions