Geography, asked by rajsah007700gmailcom, 9 months ago

कोरियोलिस बल के प्रभाव से किस प्रकार वायु-प्रवाह तथा समुद्री धारायें प्रभावित होती है ? उल्लेख
कीजिए।
G.P.S. किन-किन कार्यों में उपयोग होता है ?
पृथ्वी अपने अक्ष पर चारों ओर परिभ्रमण नहीं करती तो क्या घटित होता ?
वर्तमान समय में गैर परम्परागत ऊर्जा के साधनों का उपयोग क्रमशः क्यो बढ़ रहा है?​

Answers

Answered by saumyaarya73
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भौतिक विज्ञान में, कॉरिऑलिस प्रभाव किसी घूर्णी निर्देश तंत्र में किसी गतिशील वस्तु में प्रेक्षित विक्षेपन होता है।

फेरेल का नियम : इस नियम के अनुसार, “धरातल पर मुख्य रूप से चलने वाली सभी हवाएं पृथ्वी की गति के कारण उत्तरी गोलार्द्ध में दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में बायीं ओर मुड़ जाती हैं।” यह नियम बड़े क्षेत्रों पर चलने वाली स्थायी पवनों, छोटे चक्रवातों और प्रतिचक्रवातों पर लागू होता है। इस नियम का प्रभाव महासागरीय धाराओं, ज्वारीय गतियों, राकेटों, आदि पर भी देखा जाता है।

Explanation:

Hope it will help you dear mate!

Answered by babulalsingh23557855
1

Explanation:

को 23:00 के प्रभाव में किस प्रकार वाले उत्तर भाग तथा समुद्र धराए प्रभावित होती है उल्लेख करें

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