कार्य –ऊर्जा प्रमेय लिखिए एवं इसे अचर बल हेतु सिद्ध कीजिए।
अथवा
कार्य-ऊर्जा प्रमेय की उत्पत्ति कीजिए।
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Explanation:
वस्तु पर आरोपित सभी बलों द्वारा किया गया कार्य या योग वस्तु की गतिज ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। “ वस्तु पर किया गया कार्य का मान वस्तु की गतिज ऊर्जा में परिवर्तन के बराबर होता है इसे ही कार्य-ऊर्जा प्रमेय कहते है
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