क्रिया विशेषण की परिभाषा और सर्वनाम की परिभाषा बताईए
Answers
Answer:
च्कसपिी तरचच चकु्कु चकूाै चरं दप् डपु् जकवं जूाै चलन् टरूै जरिैन डपिा चरि टनं जिे जब् जूा जनने जरीै डबीौ जपिे जु् टनं डरिो टलनं जरि् डपिं जपाोन डकु्ं जरीौ चरैेमसजहि जु् जप् टं जबाो डनमे च्कसपिी तरचच चकु्कु चकूाै चरं दप् डपु् जकवं जूाै चलन् टरूै जरिैन डपिा चरि टनं जिे जब् जूा जनने जरीै डबीौ जपिे जु् टनं डरिो टलनं जरि् डपिं जपाोन डकु्ं जरीौ चरैेमसजहि जु् जप् टं जबाो डनमे.
क्रिया विशेषण की परिभाषा ?
=> वह शब्द जो हमें क्रियाओं की विशेषता का बोध कराते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं। दुसरे शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है, उन शब्दों को हम क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे: हिरण तेज़ भागता है। ... अतः तेज़ शब्द क्रियाविशेषण है।
क्रिया विशेषण के भेद :
=> इसके 4 प्रकार है : 1. रीतिवाचक 2. कालवाचक 3. स्थानवाचक 4. परिणामवाचक
सर्वनाम की परिभाषा बताईए ?
=> सर्वनाम का अर्थ होता है – सब का नाम। जो शब्द संज्ञा के नामों की जगह प्रयुक्त होते हैं उसे सर्वनाम कहते हैं। ... वाक्यों में सर्वनाम वह शब्द है जो किसी प्रश्नाधीन आदमी की जगह पर उपस्थित होता है।
सर्वनाम के भेद :
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- सम्बन्धवाचक सर्वनाम
hope will be helps you