कार्यपत्रिका
कक्षा-आठवीं
पाठ- टोपी
लेखक- सृंजय
प्रश्न १- गवरा और गवरइया के बीच किस बात को लेकर बहस हुई ?
प्रश्न २- गवरइया को अपनी इच्छा पूरी करने का अवसर कब तथा कैसे मिला ?
प्रश्न ३- टोपी बनवाने के लिए गवरइया किस-किस के पास गई और उन्होंने क्या काम किया, क्रमशः बताइए।
प्रश्न ४- राजा ने कारीगरों को क्यों व किस क्रम से बुलाया ?
प्रश्न ५-दर्जी ने गवरइया की टोपी पर पाँच फुदने क्यों जड़ दिए ?
प्रश्न६- लोगों से बेगार करवाने और सख्ती से कर वसुलने के बाद भी राजा का खज़ाना खाली रहता था ।
आपके विचार से इसका क्या कारण था ?
प्रश्न ७- सफलता के लिए उत्साह की आवश्यकता क्यों पड़ती है ? उदाहरण द्वारा बात की पुष्टि कीजिए |
प्रश्न८- गवरे का मत था कि कपड़ा पहनते ही पहनने वाले की औकात पता चल जाती है, हैसियत में भेद पैदा हो जाता है।
इस विषय पर आपका क्या मत है , उदाहरण द्वारा तथ्य की पुष्टि कीजिए |
प्रश्न९- कारीगरों ने राजा का काम रोककर ग्वारइया का काम किया। आपके विचार से इसका क्या कारण था ?
प्रश्न १०-मुहावरों का वाक्य प्रयोग द्वारा अर्थ स्पष्ट करें -
क) टोपी पहनाना
ख) टोपी उछालना
ग) टाट पलटना
घ) टोपी से ढक लेना
प्रश्न११- दिए गए बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए (120-150 शब्दों में )-
> जहाँ चाह ,वहाँ राह
Answers
1. आदमी के कपड़े पहनने को लेकर बहस हुई।
2. भंवरिया को इच्छा पूरी करने का अवसर तब मिला जब उसने राजा जैसी टोपी बनवाने की इच्छा ठान ली।
3. सबसे पहले गवारिया धुनिया के पास रूई धनवा ने गई।
4. राजा ने कारीगरों को इसलिए बुलाया क्योंकि उन्होंने और चिड़िया को टोपी बना कर दी।
5. दर्जी ने गवैरिया को टोपी पर पांच फूदने लगा कर दिए।
6. sorry I don't know this
7. जब हम कोई भी काम करने के लिए ठान ले तो हमारे अंदर निष्ठा वह काम करने का उत्साह होता है तब वह काम अच्छे से पूर्ण हो जाता है।
8. sorry I don't know this
9. क्योंकि गवारिया उन्हें उनके काम का पूरा पैसा दे रही थी।
10.
1. टोपी पहनाना: जब हम किसी को बातों में उलझा कर अपना काम निकलवा लें उसे टोपी पहनाना कहते हैं
2. टोपी उछालना: sorry I don't know this
3. तटपलटना:sorry I don't know this
Explanation:
प्रश्न८- गवरे का मत था कि कपड़ा पहनते ही पहनने वाले की औकात पता चल जाती है, हैसियत में भेद पैदा हो जाता है।
इस विषय पर आपका क्या मत है , उदाहरण द्वारा तथ्य की पुष्टि कीजिए |