Chinese, asked by sumansolanki93, 4 months ago

"कार्यरूप कर पर्यावरण''​

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Answered by ratikaabansall
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बस्ती:'या तो हरा भरा होगा या फिर विश्व नहीं होगा'यह नारा है राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण का। जनपद में प्राधिकरण के इस नारे को कार्यरूप में परिवर्तित करने का काम गन्ना विकास इंटर कालेज मुंडेरवा के छात्रों का एक संगठन बखूबी कर रहा है। उल्लेखनीय यह है कि ईको क्लब के नाम से बने इस समूह के ज्यादातर सदस्य किशोर वयवर्ग की छात्राएं हैं। 60 सदस्यों वाले इस समूह के प्रत्येक सदस्य को 5 पौधे लगाने और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है जिसके बेहतर परिणाम भी नजर आ रहे हैं। नेशनल ग्रीन कौर योजना अंतर्गत जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर गठित ईको क्लब गन्ना विकास इंटर कालेज मुंडेरवा की कमान गत सत्र से प्राध्यापक अर¨वद कुमार पांडेय को सौंपी गयी है। क्लब में वर्तमान में कक्षा 9से12 तक के 60 विद्यार्थी सदस्य हैं । सदस्यों का चयन विद्यार्थियों के पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण के प्रति रुचि के आधार पर किया गया है। छात्राओं ने इस वर्ष क्लब की सदस्यता में अधिक रुचि दिखाई है और वे बेहतर काम भी कर रही हैं। छात्राएं स्वयं पोस्टर तैयार करती है जिन पर हरियाली की जरूरत और पर्यावरण संरक्षण के नारे बुलंद होते हैं। क्लब के संचालक और प्रधानाचार्य उमाशंकर यादव कहते हैं कि प्रत्येक सदस्य को अपने -अपने गांवों में जुलाई माह में पांच पौधे लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बारिश में देरी से काम बिलंब से शुरू हुआ किंतु, अब बेहतर परिणाम आ रहा है। छात्राओं ने विद्यालय परिसर में ही सैकड़ों पौधे लगाए हैं, जिनकी नियमित देखभाल भी ईको क्लब के सदस्य करते हैं। प्रधानाचार्य उमाशंकर यादव ने बताया कि ईको क्लब के 20 सदस्यों ने 5 पौधे प्रति सदस्य का लक्ष्य पूरा कर लिया है। इनमे कक्षा 10 की बढया गांव की शीलम चौधरी ,बूधा कला की अन्वेषा शुक्ल किठुरी की पूजा भट्ट और ¨रंकी अहरा की अनीता चौधरी, लहुरादेवा की सरिता तथा छात्रों में सतीश और अमर चौधरी आदि ने नीम ,पीपल, आम अशोक ,पाकड ,चितवन और गुडहल के पौधे लगाए हैं। इसके अलावा विद्यालय परिसर में भी छायादार वृक्ष लगाए जा रहे हैं।

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