कारतूस पाठ के आधार पर लिखिए कि जांबाज के जीवन का लक्ष्य अंग्रेजों को इस देश से बाहर करना था
Answers
‘कारतूस’ पाठ में जांबाज़ वजीर अली एक जांबाज व्यक्ति था, जिसका एकमात्र लक्ष्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था। वह एक वीर एवं साहसी व्यक्ति था जो बिल्कुल निडर था। उसने अपने कारनामों से अंग्रेजों की नाक में दम कर रखा था। वह बहुत हिम्मती और साहसी ही था। अंग्रेजों को अपने देश से बाहर निकालने के अपने लक्ष्य को पाने के लिए अपनी जान की बाजी लगाने से भी नहीं चूका।
वजीर अली के राज्य अवध की नवाबी उससे छीन ली गई और अंग्रेजों ने उसके राज अवध की नवाबी उसे छीन ली थी और उसे राज्य से बेदखल कर दिया। तब उसने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष आरंभ कर दिया। वह निरंतर अपनी सेना को संगठित करता रहा और अंग्रेजों को ललकारता रहा। उसने अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना अपने जीवन का लक्ष्य बना रखा था। वजीर अली इतना निडर और जांबाज था कि एक बार वो अंग्रेज कर्नल के कैंप में घुसकर कारतूस तक मांग लाया और कर्नल देखता रह गया। इससे उसकी जांबाजी और अपने लक्ष्य के प्रति निष्ठा का पता चलता है।