किसी भी चीज़ की अति अच्छी नहीं होती, क्यों?
Answers
Answered by
5
Answer:
यह दोहा कबीर दास जी का है इसके माध्यम से यह बताना चाहती हूँ कि जीवन में किसी भी चीज की अति बहुत ही बुरी होती है चाहे वो किसी भी चीज के लिये हो। वास्तव में जीवन के लिए हर चीज उतनी ही जरूरी है जितने से सब कार्य सुचारू रूप से चल सके वरना अति मनुष्य के विकास में बाधक हो जाती है। अति का भला न बरसना अति की भली न धूप
Similar questions