किसी भी देश की प्रगति के तीन मूल स्तंभ हैं। पहला देश की सीमाओं की रक्षा करने वाला जवान, दूसरा खाद्यान्नों की उत्पत्ति कर सबका पालन करने वाला किसान और तीसरा आधुनिक तकनीकियों के रूप में सब के कामों को आसान करने वाला विज्ञान। हमारे देश ने भी इसके महत्त्व को समझा, इसलिए ‘जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान’ इस नारे को स्वीकार किया।
जवान हमारे देश की तीनों सशस्त्र सेनाओं में कार्य करते हैं। थलसेना में सीमा पर कार्य करने वाले जवान को ‘सैनिक’ कहते हैं। इनकी वर्दी का रंग ‘ओलिव ग्रीन’ (जैतूनी हरा) होता है। समुद्र की सीमा पर तैनात जवान को ‘नौसैनिक’ कहते हैं। ये सफेद रंग की वर्दी पहनते हैं। हमें आकाश की ओर से होने वाले हमले से जो जवान बचाता है उसे ‘वायुसैनिक’ कहते हैं। ये आसमानी (नीली) वर्दी पहनते हैं। देश के रक्षक जवान जब सतर्क और चौकस होकर सीमा की रक्षा करते हैं, तभी देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं। इसलिए ये हमारे लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
किसान गाँव में रहता है। वह खेती-बाड़ी करता है। आज भी पचास प्रतिशत से अधिक भारतीयों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है। इसलिए भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। ऐसे में किसान का महत्त्व और अधिक बढ़ जाता है।
आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान की खोज ने हमें कई प्रकार की सुख-सुविधाएँ प्रदान की हैं। वर्तमान समय में हम सुबह से लेकर रात तक सदैव विज्ञान के आविष्कारों पर ही निर्भर रहते हैं। इससे विज्ञान की महत्ता स्वयं ही स्पष्ट है।
अतः यह कहा जा सकता है कि जीवन में भोजन के लिए किसान, सुरक्षा के लिए जवान और सुविधाओं के लिए विज्ञान आज सबसे महत्त्वपूर्ण और उपयोगी साबित हो रहे हैं। इसलिए हमें इन तीनों के प्रति सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।
a.
देश की प्रगति के कोई दो मूल स्तंभ लिखिए।
b.
किसान क्या करता है? वह कहाँ रहता है?
c.
हमारे जीवन में विज्ञान का क्या महत्त्व है?
d.
देश की तीनों सशस्त्र सेनाओं के नाम लिखिए। थलसेना का ‘सैनिक’ किस रंग की वर्दी पहनता है?
e.
अधिकतर भारतीयों का प्रमुख व्यवसाय क्या है? भारत को कैसा देश कहा जाता है?
Answers
Answered by
0
Answer:
not understand this question
Explanation:
not understand this question
Similar questions