किसी ग्रामीण और शहरी व्यक्ति की दिनचर्या की तुलनात्मक जानकारी प्राप्त करके आपस में चर्चा कीजिए और लिखिए।
Answers
बात करें तो ग्रामीण और शहरी व्यक्ति की दिनचर्या में अंतर है , दोनों रहने , सहने और सोच में बहुत अंतर है |
ग्रामीण व्यक्ति की दिनचर्या = ग्रामीण व्यक्ति की दिनचर्या सुबह ही शुरू हो जाती है | ग्राम में लोग जल्दी उठ जाते है और घर के कामों में लग जाते है | पशुओं की देखभाल करना , उनके के लिए घास लाना , घर की सफाई करना | ग्राम के लोग खेतों में काम करते है | ग्राम के लोग साथ रहना पसंद करते है | सब लोग मिलकर रहते है |
शहरी व्यक्ति की दिनचर्या - शहरी व्यक्ति की दिनचर्या में लोगों का जीवन बहुत व्यस्त रहता है | शहर में लोग बहुत जल्दी-जल्दी में रहते है | उनके पास किसी के लिए भी समय नहीं होता| वह सुबह से काम पर जाने की जल्दी में होते है | शहर में लोग अपने-अपने में रहते है पूरा दिन काम में रहते है और उनके पास सोने के लिए भी समय नहीं होता है | यह पर लोग तरक्की के लिए ज्यादा भागते है | शहरों में लोग अपने घरों में काम ही खाना बनाते है ज्यादातर बहार ही खाना खाते है |
ग्रामीण और शहरी लोगों की दिनचर्या में अंतर
Explanation:
शहरी व्यक्ति बनाम ग्रामीण व्यक्ति के जीवन के बीच कई अंतर हैं।
उदाहरण के लिए,
किसी भी ग्रामीण व्यक्ति की दैनिक गतिविधि में, गतिविधि सुबह जल्दी शुरू होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा के तरीकों का अभाव है। अधिकांश ग्रामीण लोग पैदल चलते हैं, एक साइकिल या मोटरसाइकिल का उपयोग करते हैं। कारों का अक्सर उपयोग नहीं किया जाता है। जबकि एक शहरी व्यक्ति कार का उपयोग कर सकता है।
यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि वे क्या काम कर रहे हैं। जैसे शहर में किसान बनाम व्यापारी।
एक किसान अपने खेत की देखभाल करने और खिलाने के लिए सुबह उठता है। व्यवसायी सुबह 8 या 9 बजे उठता है और नाश्ते के बाद ऑफिस जाने का रास्ता बनाता है।
दिनचर्या में अंतर यह है कि एक शहरी व्यक्ति ट्रैफिक जाम में फंस जाता है, जबकि एक ग्रामीण आदमी नहीं।
ये कुछ उदाहरण हैं।
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