Social Sciences, asked by deveshpatwal5, 3 months ago

'की संज्ञा भी इतनी व्यापक हैं इसमें मुझ-से अगणित प्राणी आ
पर्युक्त पक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।​

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Answered by babusingh9955
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Answer:- प्रश्न (क) उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों में किसका महत्व प्रतिपादित किया गया है? (ख) स्वर्ग के प्रति मजदूर की विरक्ति का क्या कारण है? (ग) किन कठिन परिस्थितियों में उसने अपनी निर्भयता प्रकट की है? (घ) मेरे 'मैं' की संज्ञा भी इतनी व्यापक है, इसमें मुझ-से अगणित प्राणी आ जाते हैं। उपर्युक्त पंक्तियों का भाव स्पष्ट करके लिखिए।Sep 2, 2018

Answered by shariyashariyaquazi
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Explanation:

मेरे मे की संज्ञा भी इतनी व्यापक है इनमें मुझसे अगली 3:00 आ जाती है उपयुक्त पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए

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