किस का अस्तित्व केवल वाक्य से ही संभव है
Answers
Answered by
0
Answer:
ये एक प्राकर की कारक कोटियाँ हैं और इनका अस्तित्व केवल वाक्य के ही अंतर्गत होता है, वाक्य से बाहर नहीं। इसके विपरीत संरचनात्मक कोटियों (संज्ञा, विशेषण आदि) का अस्तित्व वाक्य से बाहर केवल शब्दों के स्तर पर भी संभव है।
Similar questions