किसी काँच की सिल्ली पर झुकी हुई आपतित किरण का अपवर्तन और पार्वीय विस्थापन का
अवलोकन करें।
on a glass
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tell in english please
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अपवर्तित किरण फलक पर एक आपतन कोण पर आपतित होती है निर्गत किरण अभिलंभ से दूर अपवर्तन कोण पर हटती हैं
Explanation:
- एक आयताकार पट्टी पर आकृति पर विचार कीजिये
- फलक पर आपतन कोण पर एक किरण आपतित होती है प्रकाश काँच की पट्टी में प्रवेश करने के बाद , यह अभिलंभ की और मुड़ती है और दिशा में एक अपवर्तन कोण पर गति करती है l
- अपवर्तित किरण फलक पर एक आपतन कोण पर आपतित होती है निर्गत किरण अभिलंभ से दूर अपवर्तन कोण पर हटती हैंl इस प्रकार निर्गत किरण के आपतित किरण के समान्तर होती है , लेकिन यह आपतित किरण के सापेक्ष इस तरह समान्तर फलको वाले अपवर्तक माध्यम से निर्गत किरण के पथ में एक शिफ्ट होता हैl
- पाश्र्व विस्थापन: पाश्र्व विस्थापन आपतित व निर्गत किरणों के मध्य लंबवत दूरी है ,जब प्रकाश एक समान्तर फलकों वाली अपवर्तक पट्टी पर तिर्यक रूप से आपतित होता है
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