Social Sciences, asked by thakurdeepaksinghlod, 5 months ago

कास
के लिए कौन से कारक उत्तरदायी है?
प्र020. जल संवार प्रबंधन क्या है? सतत् पोषणीय विकास में इसका क्या महत्व है? 5
अथवा जल संसाधनों का ह्यस सामाजिक द्वद्रों और विवादों को जन्म देता है
उदाहरण सहित समझाइए।
प्र021. भारत के मानचित्र में दर्शाइए-
1. दिल्ली
3. सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य
2. ब्रह्मपुत्र नदी
4. लक्ष्य द्वीप 5. शिमला
अथवा 1. मुबंई 2. गंगा नदी 3. न्यून साक्षरता वाला राज्य
प्र022. विश्व के मानचित्र में दर्शाइए-
5​

Answers

Answered by chintamanbhamre000
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Answer:

-तलीय-किसी भी क्षेत्र में होने वाली वर्षा के सतही बहाव व उसके द्वारा नदी में पहुँचने वाले सेडीमेन्ट्स के लिए भूगर्भीय कारक महत्वपूर्ण हैं।

• जल ग्रहण की आकृति।

• जल ग्रहण का आकार।

• मृदा के आकार एवं प्रकारः रेतीली व भूरभूरी मिट्टी से जल का भूमि में रिसाव ज्यादा होता है जबकि दोमट एवं चिकनी मिट्टी में यह काफी कम होता है। ज्यादा रिसाव से भूमि के अन्दर का धारा प्रवाह बढेगा तथा अंततः आंतरिक बहाव तेज होगा।

• प्राकृतिक आपदायेः दावानल (जंगल की आग), बाढ़ आदि से भी पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है।

मानवीय कारक

• भूमि का प्रयोग

• आवास

कृषि प्रयोग

भूमि में आवश्यक तत्वों की हानी निम्नलिखित कारकों से होती हैः

• आंतरिक बहाव अपने साथ घुलनशील आवश्यक तत्वों को रिसकर अपने साथ ले जाता है।

• सतही मिट्टी का क्षरण एवं छोटे-छोटे कणों का बहना।

इस शताब्दी में रसायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोग से भूमि में नाइट्रोजन एवं फास्फोरस आदि की मात्रा बढ़ गई है। नाइट्रोजन के कण अलग प्रकार का आचरण करते हैं ये मिट्टी में काफी गतिशील होते हैं वनिस्पत फास्फोरस के कण इतने गतिशील नहीं होते हैं। इन दोनों की अधिक मात्रा से पानी में शैवाल की मात्रा बढ़ जाती है इसलिए रसायनिक खादों का समय काफी महत्वपूर्ण होता है। वसंत के मौसम में जबकि जलीय वनस्पति के बढ़ने का समय होता है उस समय घुलनशील फास्फोरस काफी नुकसान पहुँचाता है।

रसायनिक खादों से पानी के स्रोतों पर होने वाले दुष्प्रभावः

• पानी में रहने वाले प्राणियों एवं वनस्पति की प्रजातियों में कमी

• जैव भार बढ़ना

• गंदलापन बढ़ना

• अवसाद में बढ़ोतरी

• पानी में आक्सीजन की कमी होना

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