Hindi, asked by ramchander86079, 2 months ago

किसान आदीलन par sanwad​

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Answered by ananyasrivastava090
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अपनी मांगों को बुलंद कर आगे बढ़ रहे किसानों की हठ के आगे आखिरकार हरियाणा पुलिस को झुकना पड़ा है। सूबे के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगाई गई तमाम बैरिकेडिंग हटा ली गई है और किसानों के लिए दिल्ली के रास्ते खोल दिए गए हैं। हरियाणा और पंजाब के काफी संख्या में किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर (अधिकतर सिंधु और टिकरी सीमा) अपने अन्य किसान साथियों के इंतजार में खड़े हैं।

बहुत से किसान जत्थे अभी भी ट्रैक्टर-ट्रालियों पर हरियाणा और पंजाब से दिल्ली के लिए निकले हुए हैं। दोनों सूबों के यह किसान राजघाट, जंतर-मंतर और रामलीला मैदान में धरने की जिद पर खड़े हैं। मगर दिल्ली में उन्हें निरंकारी मैदान और बुराड़ी मैदान में एकत्रित होने का ऑफर दिया गया है।

Answered by priya9975
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formating hai Kar lainaa.

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