किसान का बदलता स्वरूप पर निबंध
Answers
Answer:
मय काल का ऐसा चक्र जो निरंतर बदलता रहता है समय को अंग्रेजी में तीन भागों में बांटा गया है भूतकाल, वर्तमान और भविष्य जो कार्य किया जा चुका है वह भूतकाल जो में किया जा रहा है वह वर्तमान और जो आने वाले दिनों में किया जाएगा व भविष्य काल कहा जाता है।
एक पुराना भजन है जिसकी आरंभ की दो लाइनें मैं यहां बताना चाहूंगी कि उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहां पर खो वत है जो जागत है सो पावत है जो सोवत है वह खोवत है अर्थात समय कभी भी किसी के लिए नहीं रुकता समय का स्वरूप हर क्षण बदलता रहता है और जो लोग इस बात को पहचानते हैं और कल की वजह आज में जीवन जीते हैं वही सफलता प्राप्त करते हैं यदि आप किसी भी सफल व्यक्ति से उसकी सफलता का राज पूछेंगे तो वह यहीं कहेगा कि उसने सही समय पर सही निर्णय लिया, आज हमें यहां इस बात का विश्लेषण करना है कि समय ने मनुष्य के जीवन मैं पहले से लेकर अब तक में क्या परिवर्तन किया है।
Explanation:
Answer:
गाँव का यह बदलता स्वरूप खतरनाक मोड़ लेगा। खेती गाँव का मुख्य आधार है किसान गाँव की शान हुआ करते हैं किसान मजदूरों पर पूरी खेती अवलंबित रहती है। मजदूरों का पलायन भी गाँव के लिए चिंता का विषय है। आज गाँवों में मजदूरों का मिलना मुषिकल हो गया है।