Hindi, asked by maheshdubey52, 2 months ago

(क) सुनत बात मुसकाइन मोहन।
हम फोकट कहवैया नोहन।
केश जांघ कहरव हैं मोती।
कहौं बंचिहौ कोनो कोती।
कंवल बरोबर हाथ देखाथे।
छाती हंडुला सोन लजाथे।
बोड़री समुंद हवै पंडुकी गर।
कुंदरू ओठ दांत दरभी-धर।।​

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Answered by praveencap7
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Answer:

दानलीला / भाग - 4 / सुंदरलाल शर्मा

Explanation:

यह छत्तीसगढ़ के प्रसिध्द साहित्यकार सुंदरलाल शर्मा जी की रचना "दानलीला" (खंडकाव्य) (भाग-4) का अंश है|

भगवान श्री कृष्ण जी पर आधारित छत्तीसगढ़ी भाषा में रचित खंडकाव्य|

Answered by poojasantu702
0

mil gya but qut. hi mila

Explanation:

iska ans. ky hoga

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