किस प्रयोग से यह दर्शाया जा सकता है कि ध्वनि संचरण के लिए एक द्रव्यात्मक माध्यम की आवश्यकता होती है।
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उत्तर :
निम्न प्रयोग से यह दर्शाया जा सकता है कि ध्वनि संचरण के लिए एक द्रव्यात्मक माध्यम की आवश्यकता होती है :
एक विद्युत घंटी और कांच का वायु रूद्ध बेलजार लो । विद्युत घंटी को बेलजार में कार्क की सहायता से लटकाया जाता है । बेलजार को एक निर्वात पंप से जोड़ा जाता है। आरंभ में बेलजार वायु से भरा होता है। सि्वच को दबाने पर घंटी बजने लगती है और उसकी ध्वनि स्पष्ट रूप से सुनाई देती है। अतः बेलजार में माध्यम के रूप में वायु उपस्थित होती है ध्वनि उसमें से प्रगमन कर सकती है।
अब निर्वात पंप को चालू करके वायु धीरे-धीरे बाहर निकालते है , जैसे जैसे वायु बेलजार से निकलती है घंटी की ध्वनि धीमी होती जाती है जबकि उसमें पहले जैसा ही विधुत प्रवाहित हो रहा है। और जब बेलजार से संपूर्ण वायु निकल जाती है अर्थात जब बेलजार में निर्वात उत्पन्न हो जाता है तब घंटी की ध्वनि नहीं सुनाई देगी इससे सिद्ध होता है कि ध्वनि संचरण के लिए एक द्रव्यात्मक माध्यम की आवश्यकता होती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।