क सिर पर थी इसलिए उन्हें यह याद नहीं रह गया।
इफ्फन की दादी किसी मौलवी की बेटी नहीं थी बल्कि एक ज़मींदार की बेटी थीं।
मफल खिलाड़ी वह है जिसका कोई निशाना खाली न जाए।
, सहसा भाई साहब से मेरी मुठभेड़ हो गई, जो शायद बाज़ार से लौट रहे थे।
क्षितीश चटर्जी का फटा हुआ सिर देखकर तथा उनका बहता हुआ खून देखकर आँख मिच जाती थी।
9. जो वालेंटियर गए थे वे अपने स्थान से लाठियाँ पड़ने पर भी हटते न
थे।
10. इस बार भीड़ ज्यादा थी इसलिए बहुत लोग घायल हो गए थे।
11. वह मोनुमेंट की ओर इतने ज़ोर से दौड़ा कि अपने आप ही गिर पड़ा।
आस पास बहुत बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गई जिसपर पुलिस बीच-बीच में लाठियाँ चलाती थी।।
सरल में बदलिए
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क सीर पर होने की वजह से उन्हे यह याद नही रहा |
इस बार भीड ज्यादा होने पर बहुत लोग घायल हो गए थे |
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