Physics, asked by rmky8679, 2 months ago

किसी स्प्रिंग की स्थितिज ऊर्जा के लिए सूत्र स्थापित कीजिए​

Answers

Answered by nikhilkumar1734
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Answer:

किसी वस्तु की अपनी स्थिति (बल क्षेत्र में) के कारण जो ऊर्जा होती है वह स्थितिज ऊर्जा कहलाती है। इसका समीकरण सूत्र है-

PE = mgh (जहाँ m वस्तु का द्रव्यमान, g गुरुत्वीय त्वरण तथा h पृथ्वी की सतह से वस्तु की ऊँचाई है )।

स्थितिज ऊर्जा के अनेक उदाहरण हैं- पृथ्वी की सतह से कुछ ऊँचाई पर पकड़कर रखा गया पत्थर।

Answered by vijayhalder031
0

संकल्पना

स्थैतिक बिजली किसी वस्तु में ऋणात्मक और धनात्मक आवेशों के बीच असंतुलन का परिणाम है। ये आवेश किसी वस्तु की सतह पर तब तक जमा हो सकते हैं जब तक कि उन्हें मुक्त होने या डिस्चार्ज होने का कोई रास्ता नहीं मिल जाता।

दिया गया

एक स्थिर स्प्रिंग l

ढूँढ़ने के लिए

हमें ढूंढ़ना है किसी स्प्रिंग की स्थितिज ऊर्जा के लिए सूत्रl

समाधान

समस्या के अनुसार,

जब आप किसी स्प्रिंग को कंप्रेस या स्ट्रेच करते हैं, जैसे ही तनाव से राहत मिलती है, स्प्रिंग तुरंत अपने सामान्य आकार को प्राप्त कर लेता है। इसकी लोचदार स्थितिज ऊर्जा इसे ऐसा करने में मदद करती है। सामान्यतः ये लोचदार पदार्थ हुक के नियम का पालन करते हैं।

स्ट्रिंग स्थितिज ऊर्जा = बल × विस्थापन की दूरी। साथ ही, बल स्प्रिंग नियतांक × विस्थापन के बराबर होता है।

अत, स्ट्रिंग स्थितिज ऊर्जा = बल × विस्थापन की दूरी। साथ ही, बल स्प्रिंग नियतांक × विस्थापन के बराबर होता है।

#SPJ3

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