किसी सहारे के चारों ओर एक प्रतान की वृद्धि में ऑक्सिन किस प्रकार सहायक है?
Answers
Answered by
24
प्रतान :- प्रतान तने व पत्तियों के रूपांतरित रूप होते हैं। इनकी आकृति धागे एवं रस्सियों की तरह होती है।
______________________________
______________________________
जब प्रतान किसी वस्तु या सहारे के संपर्क में आता है तो प्रतान का वह भाग, जो वस्तु के संपर्क में होता है उसकी वृद्धि तीव्रता से नहीं होती है, जबकि दूसरी ओर का भाग (जो संपर्क में नहीं होता है ) उसमें ऑक्सिन की सांद्रता अधिक होने के कारण वह तीव्रता से वृद्धि करता है एवं वस्तु से लिपटते हुए ऊपर बढ़ता जाता है एवं वस्तु को पकड़ लेता है।अलग-अलग दिशाओं में ऑक्सिन की सांद्रता भिन्न-भिन्न होने के कारण पौधों भागों की गति होती है।
_______________________________
_______________________________
______________________________
______________________________
जब प्रतान किसी वस्तु या सहारे के संपर्क में आता है तो प्रतान का वह भाग, जो वस्तु के संपर्क में होता है उसकी वृद्धि तीव्रता से नहीं होती है, जबकि दूसरी ओर का भाग (जो संपर्क में नहीं होता है ) उसमें ऑक्सिन की सांद्रता अधिक होने के कारण वह तीव्रता से वृद्धि करता है एवं वस्तु से लिपटते हुए ऊपर बढ़ता जाता है एवं वस्तु को पकड़ लेता है।अलग-अलग दिशाओं में ऑक्सिन की सांद्रता भिन्न-भिन्न होने के कारण पौधों भागों की गति होती है।
_______________________________
_______________________________
Similar questions
Science,
7 months ago
Hindi,
7 months ago
Social Sciences,
7 months ago
Math,
1 year ago
Biology,
1 year ago