किस सरल ऊतक मे अंतरकोशिकाय स्थान होता है?
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Answer: यह अत्यन्त सरल प्रकार का स्थायी ऊतक होता है। इस ऊतक की कोशिकाएँ जीवित, गोलाकार, अंडाकार, बहुभुजी या अनियमित आकार की होती हैं। इस ऊतक की कोशिका में सघन कोशाद्रव्य एवं एक केन्द्रक पाया जाता है। इनकी कोशिका-भित्ति पतली एवं सेल्यूलोज की बनी होती है। इस प्रकार की कोशिकाओं के बीच अंतर कोशिकीय स्थान रहता है। कोशिका के मध्य में एक बड़ी रसधानी (vacuole) रहती है। यह नए तने, जड़ एवं पतियों के एपिडर्मिस (Epidermis) और कॉर्टेक्स (Cortex) में पाया जाता है। कुछ मृदुतक में क्लोरोफिल पाया जाता है जिसके कारण प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सम्पन्न होती है। इन ऊतकों की हरित ऊतक या क्लोरेनकाइमा (Chlorenchyma) कहते हैं। जलीय पौधों में तैरने के लिए गुहिकाएँ (Cavities) रहती हैं, जो मृदुतक के बीच पायी जाती है। इस प्रकार के मृदुतक की वायुतक या ऐरेनकाइमा (Aerenchyma) कहते हैं।