Biology, asked by krishnamandloi888, 6 months ago

किसी सदिश के वियोजन से क्या तात्पर्य है?​

Answers

Answered by ItzCaptonMack
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को पृथक्करण वेक्टर कहा जाता है: यह दूरी और दिशा को निर्दिष्ट करता है। स्रोत से उस बिंदु तक जहां हम क्षेत्र की गणना करना चाहते हैं। विभेदक वेक्टर पथरी।

Answered by Krish1993
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Answer:

सदिशों का वियोजन, सदिशों के संयोजन की विपरीत प्रक्रिया है। इसमें एकल सदिश, दो या दो से अधिक सदिशों में विभक्त हो जाता है, जो कि एकल सदिश के प्रभाव को दर्शाते है। तब →A तथा →B , →R के घटक सदिश कहलाते है।

→R=→A+→B

Explanation:

किसी सदिशों को दो या दो से अधिक सदिशों के योग के रूप में निरूपित किया जा सकता है। स्पष्टतः ऐसा अनन्त तरीकों से किया जा सकता है। किन्तु किसी दिये हुए सदिश को किन्हीं दो दिशाओं में वियोजन मात्र एक प्रकार से ही किया जा सकता है। प्रायः दे दो दिशाएं परस्पर लम्बवत होतीं हैं I

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