(क) सीता पुस्तक पढ़ती है। (कर्मवाच्य में परिवर्तित कीजिए।)
(i) सीता से पुस्तक पढ़ी जाती है।
(iii) सीता द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है
(ii) सीता के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है। (iv) इनमें से कोई नहीं
Answers
Explanation:
ii) is the right answer.
it's help full to
Answer:
Concept:
वाक्य में कर्ता, कर्म या भाव की प्रधानता प्रदर्शित करने हेतु जब क्रिया के अलग-अलग रूपों की सूचना मिले तो वहाँ 'वाच्य' होता है।
Find:
कर्मवाच्य में परिवर्तित कीजिए।
Given:
सीता पुस्तक पढ़ती है। (कर्मवाच्य में परिवर्तित कीजिए।)
(i) सीता से पुस्तक पढ़ी जाती है।
(iii) सीता द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है
(ii) सीता के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है।
(iv) इनमें से कोई नहीं
Explanation:
सीता पुस्तक पढ़ती है।
कर्मवाच्य में - सीता के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है।
वाक्य में कर्ता, कर्म या भाव की प्रधानता प्रदर्शित करने हेतु जब क्रिया के अलग-अलग रूपों की सूचना मिले तो वहाँ 'वाच्य' होता है।
वाच्य के तीन भेद हैं-
1. कर्तृवाच्य - कर्तृवाच्य क्रिया का सीधा सम्बन्ध कर्त्ता से होता है। इन वाक्यों में कर्ता की प्रधानता होती है। क्रिया के लिए लिंग भी कर्ता के अनुसार निर्धारित होते हैं। जैसे -
(i) राधा कपड़े धो रही है।
(ii) मोहन विद्यालय जा रहा है।
2. कर्मवाच्य - इसमें क्रिया का सीधा संबंध कर्म से होता है और क्रिया का रूप कर्म के अनुसार बदलता है। इसकी मुख्य क्रिया सकर्मक होती है। जैसे-
(i) मजदूरों द्वारा भवन बनाया गया।
(ii) नानी के द्वारा कहानी सुनाई जाती है।
3. भाववाच्य- इसमें क्रिया के पुरुष, वचन, लिंग हमेशा अन्यपुरुष, एकवचन और पुल्लिंग में ही रहते हैं। इसमें कर्ता और कर्म की प्रधानता न होकर क्रिया की प्रधानता होती है। वाक्य का भाव क्रिया आश्रित होता है। जैसे -
(i) विमला से खेला नहीं जाता है।
(ii) उससे पढ़ा नहीं जाता।
#SPJ2