किसी वस्तु के द्रव्यमान तथा भार में अंतर लिखिए
Answers
Explanation:
द्रव्यमान और भार में अंतर ये है |
द्रव्यमान -1 . द्रव्यमान वस्तु में द्रव्य पदार्थ की मात्रा है |
2 . द्रव्यमान में केवल परिमाण होता है | यह एक अदिश राशि है |
3. द्रव्यमान को दंड तुला द्वारा मापा जा सकता है |
4. द्रव्यमान का SI मात्रक किलोग्राम (Kg) होता है |
भार -1. भार पृथ्वी द्वारा वस्तु पर पृथ्वी के केंद्र की ओर लगे गुरुत्व -बल के बराबर होता है | अतः भार =द्रव्यमान *गुरुत्वीय त्वरण
2. भार में परिमाण ओर दिशा दोनों होते है | यह एक सदिश राशि है |
3. भार कमानीदार तुला द्वारा मापा जा है |
4. भार का SI मात्रक न्यूटन है |
5.स्थान के परिवर्तन से भर बदल जाता है चूँकि गुरुत्वीय त्वरण g में परिवर्तन होता है |
Answer:
द्रव्यमान : द्रव्यमान का मतलब होता है किसी भी वस्तु के अंदर कितना द्रव्य (मैटर) मौजूद है । ये उसका आंतरिक गुण होता है मतलब पर्सनल प्रॉपर्टी , जो किसी भी जगह और परिस्थिति मै समान रहता है।
इसकी अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप तय SI इकाई, किलोग्राम है। ये अदिश(scaler)राशि है मतलब दिशा रहित। यानी कि किसी भी दिशा और दशा मे द्रव्यमान एक ही रहेगा। यानी आप कहीं भी चले जाएं हिमालय पर या सहारा रेगिस्तान मैं, चन्द्रमा या पड़ोस आकाशगंगा के किसी ग्रह पर, सब जगह आपका द्रव्यमान समान रहेगा।
भार: भार उस वस्तु पर लगने वाले गुरुत्वाकर्षण ( gravity g ) का परिणाम है । इस ताकत को अंग्रेजी भाषा के व्यंजन ‘g ‘ द्वारा दर्शाया जाता है । ‘g’ मान जगह के साथ बदलता रहता है इसीलिये भार का माप भी अलग-अलग जगह अलग-अलग होता है। इसकी SI इकाई न्यूटन है जो एप्पल वाले बाबा के नाम पर रखी गई है। भार सदिश(vector) राशि है मतलब दिशा सहित। गुरुत्वाकर्षण का मान इस पर निर्भर करता है की वह किस दिशा मे लग रहा है। भार उस पर लग रहे गुरुत्वाकर्षण का परिणाम है इसीलिए भार भी दिशा पर निर्भर करेगा।
किसी वस्तु का द्रव्यमान 60 kg है तो धरती पर उसका भार होगा (60*g) = 60* 10 = 600 N ।
उसी वस्तु का चन्द्रमा पर भार होगा 60 * 10 / 6 = 100N क्योंकि वहाँ का गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी से 6 गुणा कम है।
इसी प्रकार भार अंतरिक्ष मे भार होगा जीरो क्योंकि वहाँ गुरुत्वाकर्षण बल नही होता है यानी कि g =0।
जबकि द्रव्यमान हर जगह समान रहेगा।