(क) स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे पैदा हुआ? 'जूझ'
कहानी के आधार पर लिखिए।
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स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे पैदा हुआ? उत्तर:- मराठी के अध्यापक सौंदलगेकर कविता के अच्छे रसिक व मर्मज्ञ थे। वे कक्षा में सस्वर कविता-पाठ करते थे तथा लय, छंद गति, आरोह-अवरोह आदि का ज्ञान कराते थे। उनसे प्रेरित होकर लेखक कुछ तुकबंदी करने लगा।
क) स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे पैदा हुआ? 'जूझ'कहानी के आधार पर लिखिए।
'जूझ' कहानी डॉ.आनंद यादव द्वारा लिखी गई है | स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में मराठी के अध्यापक को देखकर आया था | लेखक को मराठी का अध्यापक बड़े आनंद के साथ पढ़ाते थे। वह भाव और छंद लय के साथ लेखक को पढ़ाते थे | तभी से लेखक के मन में विचार आया कि वह ही कविताएँ लिखेंगे |
लेखक को जब भी समय लगता वो वह कविताएँ लिखते थे | वह खेतों में काम करते हुए और भैंसे चराते-चराते हुए समय निकाल लेते थे | लेखक अपने मराठी अध्यापक को कविता लिखकर दिखता था और अपनी गलतियों को ठीक करवाता था |