किसी यात्रा के दौरान हुए अनुभव पर लेख लिखे। Help me plz..
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Answer:हर साल हमारा पूरा परिवार गर्मियों की छुट्टी में जयपुर के बाहरी इलाके में स्थित खोल के हनुमान जी जाते हैं। इस बार भी सबने खुशी-खुशी तय किया और हर्षोल्लास के साथ सब घर से निकल पड़े। सबने वहां पहुंचकर पहाड़ पर चढ़ाई करी, भगवान के दर्शन किए और वापस नीचे आकर प्रसाद ग्रहण किया। लेकिन जब हम वहां से वापस निकले तो थोड़ी ही दूरी पर हमारी गाड़ी खराब हो गई। यह मंदिर बहुत ही पिछड़े इलाके में होने के कारण आस-पास ना कोई घर दिखाई दे रहा था और ना ही कोई दुकान दिखाई दे रहा था। सबने मिलकर गाड़ी को धक्का लगाना शुरू किया, लेकिन जून की इतनी कड़ी धूप होने के कारण थोड़ी ही देर में सब पस्त हो गए। फिर ऐसे ही रुक-रुककर हम चलते रहे। काफ़ी समय चलने के बाद हमें वहां एक झोपड़ी दिखाई दी जिसमें एक अधेड़ उम्र की महिला रहती थी। उन्होंने हमें रुकने के लिए अपनी झोपड़ी में स्थान दिया और जलपान भी कराया। जबतक हमारी गाड़ी ठीक नहीं हुई हम वहीं रुके रहे और उन्होंने भी हमारी अच्छी आव-भगत की।
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