किसी यात्रा का वर्णन करते हुए मित्र को पत्र लिखिए
Answers
प्रिय मित्र____,
सस्नेह नमस्कार।
पिछले पत्र में तुमने मुझसे पूछा था कि इस बार गर्मी की छुट्टियाँ कैसे बिताई थीं। उसी के संदर्भ में मैं यह पत्र लिख रहा हूँ। मित्र, गर्मी की छुट्टियाँ प्रारंभ होने के दो दिन बाद ही हम कुछ ऐतिहासिक स्थलों को देखने के लिए गए। शुरू में आगरे का प्रसिद्ध ताजमहल देखा। फिर वहाँ से हमें ट्रेन द्वारा राजस्थान के ऐतिहासिक स्थलों को देखने गए। वहाँ उदयपुर, जयपुर एवं चित्तौड़गढ़ आदि के प्रसिद्ध किले तथा अन्य स्थल देखे। उन्हें देखकर हमें बहुत आनंद का अनुभव हुआ। आशा है, तुम भी वहाँ के स्थलों को देखकर ज्ञानार्जन करोगे।
तुम्हारा मित्र
Answer:
गुह संख्या – 42 ,
कास्टर टाउन , देवधर ,
झारखंड ।
प्रिय रवि ,
तुम्हारा पत्र मिला । समाचार ज्ञात हुआ कि तुम्हारा ग्रीष्मावकाश आरंभ हो गया है । इस बार ग्रीष्मावकाश आरंभ होते ही मेरे मन में एक शुभ विचार आया । यह विचार कि क्यों न तुम इस बार मेरे शहर आकर गर्मी की छुट्टियों व्यतीत करो । तुम तो जानते ही हो कि देवघर एक तीर्थस्थान है । यहाँ श्रावण मास में एक विशाल मेला लगता है । यहाँ लोग द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक रावणेश्वर महादेव के दर्शन के लिए आते हैं । बड़ा ही भव्य एवं प्राचीन मंदिर है । यहाँ का नौलखा मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है । यहाँ कई अन्य दर्शनीय स्थान भी हैं ।
यदि तुम कुछ दिनों के लिए ही सही, यहाँ आ सको तो मुझे अपार खुशी होगी । मेरे माता-पिता भी यही इच्छा रखते हैं ।
मैं तुम्हारे उत्तर की प्रतीक्षा करूँगा ।
तुम्हारा प्रिय मित्र
अनुरोध यादव