Hindi, asked by forgamingfreefire160, 6 months ago

किसकी जोशीली बातों ने लेखिका के रगो में बहते खून को लावे में बदल दिया?​

Answers

Answered by baidsweta98
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Answer:

मैं भी युवा थी और शीला अग्रवाल की जोशीली बातों ने रगों में बहते खून को लावे में बदल दिया था। स्थिति यह हुई कि एक बवंडर शहर में मचा हुआ था और एक घर में। पिता जी की आज़ादी की सीमा यहीं तक थी कि उनकी उपस्थिति में घर में आए लोगों के बीच उठूँ-बैठूँ, जानूँ-समझूँ।

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