Hindi, asked by dharpiyali17, 7 months ago

(क) शंकरदेव ने 'राम' नाम बोलने के लिए क्यों कहा है?
(ख) शंकरदेव ने संसार को दुखमय क्यों कहा है?
नाम पंचानन नादे पलावत' - इस पंक्ति में 'नाम' की तुलना 'पंचानन' से क्यों की गई है?
(घ) 'याहे भकति ताहे मुकुति' - शंकरदेव ने ऐसा क्यों कहा है? अपने शब्दों में लिखिए।
ङ) शंकरदेव के अनुसार असली पंडित कौन है? उसकी क्या-क्या विशेषताएँ हैं?​

Answers

Answered by takbilongkiri777
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Answer:

(1)ans- ) शंकरदेव ने 'राम' नाम बोलने के लिए क्यों कहा है ? उत्तर: शंकरदेव के अनुसार राम नाम यानी ईश्वर-भक्ति ही सांसारिक कष्टों से मुक्ति दिला सकता है। भगवान का नाम ही मुक्ति का कारण बनता है। यह संसार वैतरणी नदी के समान कष्टदायक है।30

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