काशी में सेठ बनारसी दास बहुत प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। बच्चा - बन्ना उनकी कोठी से परिचित है। बहुत बड़े देशभक्त
और धर्मात्मा हैं। धर्म में उनकी बड़ी रुचि है। दिन के बारह बजे तक सेठजी स्नान-ध्यान में संलग्न रहते हैं और उनकी कोठी
पर हर समय लोगों की भीड़ लगी रहती । कर्ज़ के इच्छुक तो आते ही थे, परन्तु ऐसे व्यक्तियों का भी ताँता बैंधा रहता था जो
अपनी पूँजी सेठजी के पास जमा कर जाते थे। अंधी को भी यह बात ज्ञात थी, किंतु पत्ता नहीं कि अब तक वह अपनी कमाई
यहाँ जमा कराने में क्यों हिचकिचाती थी।
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written by Rabindranath Tagore.
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