किशोरावस्था में लड़कों में होने वाले द्वितीय लैगिक लक्षणों यहां शारीरिक बदलावों को लिखिए
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Explanation:
लड़कियों की तरह ही लड़कों का भी किशोरावस्था के दौरान शारीरिक परिवर्तन होने लग जाता है, जो इस प्रकार है (6) :
12 साल की उम्र से बगल, पैर, छाती और चेहरे के बाल भी बढ़ने शुरू हो जाते हैं।
लड़कों का अंडकोष बढ़ने लगता है और लिंग का भी विकास होता है।
लड़कों की आवाज भी बदलने लगती है।
लड़कियों में मासिक धर्म की शुरुआत की तरह लड़कों में यौवन से संबंधित अचानक कुछ नहीं होता, लेकिन, लड़कों में नाइटफॉल व स्वप्न दोष का होना यौवन की शुरुआत माना जाता है।
नाइटफॉल आमतौर पर 13 से 17 साल की उम्र के बीच शुरू होता है।
17 या 18 साल की उम्र तक, लड़कों के गुप्तांग का भी पूरी तरह विकास हो जाता है।
लड़कों का विकास 13 वर्ष की आयु के आसपास तेज गति से होता है और 18 साल तक पहुंचे-पहुंचे यह धीमी हो जाता है।
लड़कों का कद बढ़ने के साथ ही उनकी छाती और कंधे भी चौड़े हो जाते हैं।
इस दौरान लड़के 10-30 सेमी बढ़ते हैं। लगभग 18-20 साल के बाद यह प्रक्रिया रुक जाती है।
लड़कों के स्तनों में हल्का विकास होना आम बात है। अगर ये सामान्य लग रहे हैं, तो घबराएं नहीं, इनका विकास थोड़े समय बाद रुक जाता है।
युवाओं में इस दौरान टेस्टोस्टेरोन (सेक्स हार्मोन) का उत्पादन अधिक होने लगता है, जो शुक्राणुओं (स्पर्म) का उत्पादन करते हैं।
किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तन के बाद चलिए, बात करते हैं इनमें होने वाले मनोवैज्ञानिक परिवर्तन के बारे में।
Answer:
the changes that occur in boys during adolescence re:- they able to produce testesteron .
facial hair on face and in privat part .
shoulders become large
and increase in hight
Thankyou