किशमिश और लाल रक्त कोशिका के अल्पपशजण
याबी विलयम में बने पर अमें क्या
बदलाव होंगे और क्यों
Answers
जब आरबीसी को हाइपरटोनिक नमक के घोल में रखा जाता है, तो ऑस्मोसिस द्वारा कोशिका के अंदर से पानी बाहर की ओर चला जाता है। इससे कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं। जब आरबीसी को डिस्टिल्ड वॉटर में रखा जाता है, तो एक हाइपोटोनिक घोल, पानी सेल के बाहर से अंदर की ओर चला जाता है, जिससे सेल सूज जाता है और फट जाता है।
जब किशमिश को एक हाइपरटोनिक समाधान में रखा जाता है, तो एक्सोस्मोसिस होगा, यानी, किशमिश से निचली घुली एकाग्रता से किशमिश को कवर करने के माध्यम से उच्च विलेय सांद्रता से पानी निकल जाएगा। इसके कारण किशमिश सिकुड़ जाएगी।
जब किशमिश को पानी के नीचे रखा जाता है, तो आसपास की पानी की सघनता किशमिश की तुलना में अधिक होती है क्योंकि वे सूखी होती हैं, इसलिए पानी हाइपोटोनिक घोल के रूप में काम करेगा और किशमिश के अंदर पानी चला जाएगा नतीजतन किशमिश बह जाएगा
Answer:
********************************
☜☆लाल रक्त कोशिका (red blood cells or erythrocytes), रक्त की सबसे प्रमुख कोशिका है। और संख्या में सबसे बड़ी है यह पूरे रूधिर का 40% भाग होता है यह रीढ़धारी जन्तुओं के श्वसन अंगो से आक्सीजन लेकर उसे शरीर के विभिन्न अंगों की कोशिकाओं तक पहुंचाने का सबसे सहज और व्याप्त माध्यम है। इस कोशिका में केन्द्रक नहीं होता है। इसकी औसत आयु १२० दिन की है। इसकी खोज एंटोनी लुवेन हॉक ने की मानव शरीर की सबसे छोटी कोशिका आरबीसी को माना जाता है [1]. इसमें हीमोग्लोबिन नाम का प्रोटीन पाया जाता है। लाल रक्त कोशिका का निर्माण वयस्क मानव में अस्थिमज्जा मेंऔर भूर्णिय अव्यस्था में प्लीहा या यकृत में होता है। इनमे केन्द्रक अनुपस्थित तो है परन्तु ऊँट,जिराफ,लामा के लाल रक्त कोशिका में केन्द्रक पाया जाता है।सबसे बड़ी RBC हाथी में और सबसे छोटीRBC कस्तुरी हिरण में पायी जाती हैं ।RBC का जीवनकाल 20 से 120 दिन होता हैं ।लाल रक्त कण ( RBC) यकृत और प्लीहा में नष्ट होते !प्लीहा को rbc का कब्रिस्तान कहा जाता हैं
RBC में केंद्र अनुपस्थिति होता है क्यूंकि केंद्र के स्थान पर हीमोग्लोबिन पाया जाता है (महिला में 12-14,पुरुष14-16)और इसे मापने के लिए हमिसिमोमिट्र का उपयोग किया जाता है| RBC का imaze उभयावतल होता हैऔर ब्लिकुल पेडे के आकार का होता है |☆☞
********************************
Follow mee.