कृषि क्षेत्रक में अल्प _बेरोजगारी क्यों है?
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Answer:
अल्प बेरोजगारी
किसी क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक लोगों का नियोजन होना अल्प बेरोजगारी कहलाती है। कृषि क्षेत्र में, जहां परिवार के सभी सदस्य कार्य करते हैं, प्रत्येक व्यक्ति कुछ ना कुछ काम करता दिखाई पड़ता है, किंतु वास्तव में उनका श्रम प्रयास विभाजित है और किसी को भी पूर्ण रोजगार प्राप्त नहीं है। यह अल्प बेरोजगारी की स्थिति है। इसे छिपी अथवा प्रच्छन बेरोजगारी भी कहते हैं।
Explanation:
शहरी क्षेत्रों में सेवा, सेवा क्षेत्र में अल्प बेरोजगारी पाई जाती है। यहां हजारों अनियत श्रमिक पाए जाते हैं। जो दैनिक रोजगार की तलाश करते हैं। वह श्रम साध्य, कठिन एवं जोखिम पूर्ण कार्य करते हैं किंतु बहुत कम कमा पाते हैं।
मसलन कृषि क्षेत्र को ही लें। इस क्षेत्र में देश की आधी वर्कफोर्स को रोजगार मिला हुआ है। लेकिन इस सेक्टर की देश के जीडीपी में महज करीब 15 फीसदी हिस्सेदारी है। यानी 50 फीसदी लोगों के पास रोजगार है या फिर उन्हें अल्प-रोजगार मिला हुआ है। इसके बावजूद वे देश की जीडीपी में सिर्फ 15 फीसदी का योगदान कर रहे हैं। इसका एक मतलब यह भी है कि कृषि क्षेत्र में कार्यरत 35 फीसदी लोगों की वहां जरूरत ही नहीं है।