Hindi, asked by gaurshivangi396, 8 months ago

क्षीणोपाये
महेश्वरं
प्रत्यक्षरं
गिरिजयाप्यर्ध्द
देवेत्थं
कालविव
इतानुद्यमपरा
राजावितुष्ट:
वचनामाकर्ण्य
हर्षासूणि
भविष्यतीति
कौपीनावशेषो

इसमें से किसी का भी सन्धि विच्छेद कर तुरंत बताए ​

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Answered by rajudas72
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Answer:

moh + eshaer hoyacha ki Bob

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