क्षारीय मूल्कों के परीक्षण में विलेयता गुणनफल एवं समआयन प्रभाव की भूमिका लिखिए।
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विलयन में NaCl, Na+ तथा CI- आयनों में तथा HCI, H+ व Cl- आयनों में वियोजित हो जाते हैं। HCl के आयनन से विलयन में Cl- आयनों का सान्द्रण बढ़ जाती है जिससे Na+ व Cl- आयनों का आयनिक गुणनफल सोडियम क्लोराइड के विलेयता गुणनफल से अधिक हो जाता है, अत: शुद्ध सोडियम क्लोराइड अवक्षेपित हो जाता है।
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