कृषि, सिंचाई और ऊर्जा परियोजनाओं को किस पंचवर्षीय योजना में प्राथमिकता दी गयी?
A. प्रथम पंचवर्षीय योजना
B. द्वितीय पंचवर्षीय योजना
C. तृतीय पंचवर्षीय योजना
D. चतुर्थ पंचवर्षीय योजना
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A. प्रथम पंचवर्षीय योजना
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Correct Answer: A
कृषि, सिंचाई और ऊर्जा परियोजना को प्रथम पंचवर्षीय योजना में प्राथमिकता दी गयी पहली पंचवर्षीय योजना 1951 से 1952 तक चली।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लक्ष्य 2.1 फ़ीसदी निर्धारित किया गया था। इस परियोजना में कृषि क्षेत्र पर विशेष ज़ोर दिया गया क्योंकि उस दौरान खाद्यान्न की कमी गंभीर चिंता का विषय थी। भारत में 'प्रथम पंचवर्षीय योजना' 1951 में शुरू की गयी। प्रथम पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1951 से 1956 तक था।
(क) योजना के उद्देश्य -
देश में शुद्ध एवं विभाजन के फलस्वरूप उत्पन्न असंतुलन को ठीक करना।प्रत्यके क्षेत्र में सन्तुलित आर्थिक विकास करना, राष्ट्रीय आय व जीवन स्तर में वृद्धि करना।देश में उपलब्ध भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना।देश में आय, सम्पत्ति एवं अवसर की असमानता को दूर करना।
(ख) योजना में व्यय-
इस योजना में सावर्जनिक क्षेत्र के अन्तर्गत व्यय राशि 1960 करोड रूपये रही जबकि अनुमानित व्यय राशि 2378 करोड़ रूपये थी।
(ग) योजना की उपलब्धि-
राष्ट्रीय आय में 18% एवं प्रति व्यक्ति आय में 11% की वृद्धि हुर्इ। प्रति व्यक्ति उपभोग का दर 8% एवं विनियोग की दर 2-3% रही।45 लाख लोगों को अतिरिक्त रोजगार प्रदान किया गया।16 मिलियन एकड भूिम पर सिचांर्इ की सुविधा का विस्तार किया गया। इस योजना में खाद्यान्न उत्पादन में 20% की वृद्धि हुर्इ।औद्योगिक उत्पादन में वाषिर्क वृद्धि दर 8% की रही।380 मील रेलवे लार्इन बिछार्इ गर्इ तथा 430 मील का नवीनीकरण किया गया।
(घ) योजना की कमियाँ-
औद्योगिक क्षेत्रों पर केवल 4% परिव्यय कर इस क्षेत्र की अवहेलना की गर्इ।योजना के दौरान 57-5 लाख लोगों को रोजगार उपलब्घ कराने का लक्ष्य था किन्तु 45 लाख लोगों को ही रोजगार उपलब्घ कराया जा सका।इस योजना में अनमुानित परिव्यय 2738 करोड़ रूपये था जबकि वास्तव में 1960 करोड निम्नांकित रूपये ही खर्च किये जा सकेइस योजना में सामाजिक न्याय के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सका। आर्थिक असमानता में वृद्धि देखी गर्इ।
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Correct Answer: A
कृषि, सिंचाई और ऊर्जा परियोजना को प्रथम पंचवर्षीय योजना में प्राथमिकता दी गयी पहली पंचवर्षीय योजना 1951 से 1952 तक चली।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लक्ष्य 2.1 फ़ीसदी निर्धारित किया गया था। इस परियोजना में कृषि क्षेत्र पर विशेष ज़ोर दिया गया क्योंकि उस दौरान खाद्यान्न की कमी गंभीर चिंता का विषय थी। भारत में 'प्रथम पंचवर्षीय योजना' 1951 में शुरू की गयी। प्रथम पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 1951 से 1956 तक था।
(क) योजना के उद्देश्य -
देश में शुद्ध एवं विभाजन के फलस्वरूप उत्पन्न असंतुलन को ठीक करना।प्रत्यके क्षेत्र में सन्तुलित आर्थिक विकास करना, राष्ट्रीय आय व जीवन स्तर में वृद्धि करना।देश में उपलब्ध भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना।देश में आय, सम्पत्ति एवं अवसर की असमानता को दूर करना।
(ख) योजना में व्यय-
इस योजना में सावर्जनिक क्षेत्र के अन्तर्गत व्यय राशि 1960 करोड रूपये रही जबकि अनुमानित व्यय राशि 2378 करोड़ रूपये थी।
(ग) योजना की उपलब्धि-
राष्ट्रीय आय में 18% एवं प्रति व्यक्ति आय में 11% की वृद्धि हुर्इ। प्रति व्यक्ति उपभोग का दर 8% एवं विनियोग की दर 2-3% रही।45 लाख लोगों को अतिरिक्त रोजगार प्रदान किया गया।16 मिलियन एकड भूिम पर सिचांर्इ की सुविधा का विस्तार किया गया। इस योजना में खाद्यान्न उत्पादन में 20% की वृद्धि हुर्इ।औद्योगिक उत्पादन में वाषिर्क वृद्धि दर 8% की रही।380 मील रेलवे लार्इन बिछार्इ गर्इ तथा 430 मील का नवीनीकरण किया गया।
(घ) योजना की कमियाँ-
औद्योगिक क्षेत्रों पर केवल 4% परिव्यय कर इस क्षेत्र की अवहेलना की गर्इ।योजना के दौरान 57-5 लाख लोगों को रोजगार उपलब्घ कराने का लक्ष्य था किन्तु 45 लाख लोगों को ही रोजगार उपलब्घ कराया जा सका।इस योजना में अनमुानित परिव्यय 2738 करोड़ रूपये था जबकि वास्तव में 1960 करोड निम्नांकित रूपये ही खर्च किये जा सकेइस योजना में सामाजिक न्याय के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सका। आर्थिक असमानता में वृद्धि देखी गर्इ।
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