क्षेत्रवाद की भावना का एक कुपरिणाम है-
(क) अपने क्षेत्र से लगाव (ख) राष्ट्रहित
(ग) राष्ट्रीय एकता (घ) अलगाववाद
Answers
Answer:
(ग) राष्ट्रीय एकता
Explanation:
Rashtriya Ekta
Answer:
घ) अलगाववाद
क्षेत्रवाद की भावना का एक कुपरिणाम है अलगाववाद।
क्षेत्रवाद से अभिप्राय किसी देश के एक छोटे से भाग से होता है वह भाग कोई राज्य हो सकता है या कोई क्षेत्र विशेष हो सकता है। उस क्षेत्र के मूल निवासी उस क्षेत्र में अपना आधिपत्य स्थापित करने की कोशिश करते हैं और दूसरे क्षेत्रों से या राज्यों से आने वाले लोगों के प्रति द्वेष की भावना रखते हैं। वह क्षेत्र के विशेष अधिकारों के लिए मांग करते। हैं कभी-कभी उनकी मांगे अनुचित भी होती हैं। वह कभी कभी दूसरे राज्यों से आए लोगों को अपने पिछड़ेपन का कारण मानने लगते हैं और उनके प्रति द्वेष की भावना रखते हैं। इससे आपस में गतिरोध उत्पन्न होता है। धीरे-धीरे ऐसी भावना वाले व्यक्तियों का जब प्रभुत्व लगता है तो वहीं से अलगाववाद जन्म लेता है और कुछ किसी क्षेत्र विशेष से संबंध रखने वाले कुछ अति महत्वाकांक्षी लोग अलगाववाद की राह पर भी चल पड़ते हैं।