कुतुबमीनार दिल्ली की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है। मेहरौली में स्थित इस मीनार के विषय में कहा
(1351-1388) इसकी रामत
खित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
जाता है कि दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुबमीनार का निर्माण वर्ष ।।93 में
करवाया था। उसने केवल इस मीनार का आधार ही बनवाया था। उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें
तीन मंज़िलों को बढ़ाया और 1368 ई० में फिरोजशाह तुगलक ने पाँचवी और अंतिम मंजिल बनवाई। बिजली
करवाई और दो नई मंजिलें बनवाई। यह मीनार 74 मीटर ऊँची है, यह भारत की दूसरी ऊँची ऐतिहासिक इमारत
है। इस मीनार को लाल बलुआ पत्थरों और संगमरमर से बनाया गया है। इसमें नीचे से ऊपर तक जाने के लिए
379 सीढ़ियाँ हैं। मीनार की दीवारों पर कुरान की आयतों व बेल-बूटों की बड़ी महीन नक्काशी की गई है।
सन् 1981 से इस इमारत की ऊपरी मंजिल तक जाने में प्रतिबंध लगा दिया गया है। कुतुबमीनार कई ऐतिहासिक
स्थलों से घिरा हुआ है। प्रतिवर्ष लाखों सैलानी कुतुबमीनार देखने आते हैं।
(क) कुतुबमीनार कहाँ स्थित है?
(ख) कुतुबमीनार का निर्माण किसने और कब आरंभ किया?
(ग) इस मीनार को अंतिम स्वरूप किसने प्रदान किया?
(घ) इल्तुतमिश ने इस मीनार के लिए क्या महत्त्वपूर्ण कार्य किया?
Answers
Answered by
0
Answer:
A)कुतुबमीनार दिल्ली की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है। मेहरौली में स्थित इस मीनार के विषय में कहा hai
B)दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुबमीनार का निर्माण वर्ष ।।93 में
c)उसके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने इसमें
तीन मंज़िलों को बढ़ाया और 1368 ई० में फिरोजशाह तुगलक ने पाँचवी और अंतिम मंजिल बनवाई। बिजली
करवाई और दो नई मंजिलें बनवाई।
d)। इस मीनार को लाल बलुआ पत्थरों और संगमरमर से बनाया गया है।इल्तुतमिश ने इसमें
तीन मंज़िलों को बढ़ाया
Similar questions