३) कृती -३(शब्द सांपदा) 1
पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।
१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय
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२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्यय
शजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“
जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔर
झुकाने की क्षमता है।“दााँतोंनेपुनः िमकी दी, “हम सब जमलकर तुझेघेरे। िडे हैं ।कब तक हमसे बचेगी?” िीभ ने दााँतों केघमंड को चूर करते हुए चेतावनी दी, “डॉक्टर को बुलाऊाँ?दाँत
जचजकत्सक एक-एक को बाहर कर देगा मुझेतो छुएगा भीनहीं और तुम सब बाहर जदिाई दोगे।“
घमंडी दााँत अब जनरुत्तर थे। उन्हें कजवता की यहपंजक्त याद आ गई, 'जकसी को पसंद नहीं सिती बयान में ,तभी तो दीनहींहड्डी िबान में।‘ घमंडी बातोंनेआजिर
िीभ का लोहा मान जलया
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Explanation:
३) कृती -३(शब्द सांपदा) 1
पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।
१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय
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२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्यय
शजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“
जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔर
झुकाने की क्षमता है।“दााँतोंनेपुनः िमकी दी, “हम सब जमलकर तुझेघेरे। िडे हैं ।कब तक हमसे बचेगी?” िीभ ने दााँतों केघमंड को चूर करते हुए चेतावनी दी, “डॉक्टर को बुलाऊाँ?दाँत
जचजकत्सक एक-एक को बाहर कर देगा मुझेतो छुएगा भीनहीं और तुम सब बाहर जदिाई दोगे।“
घमंडी दााँत अब जनरुत्तर थे। उन्हें कजवता की यहपंजक्त याद आ गई, 'जकसी को पसंद नहीं सिती बयान में ,तभी तो दीनहींहड्डी िबान में।‘ घमंडी बातोंनेआजिर
िीभ का लोहा मान जलया
Answer:
कृती -३(शब्द सांपदा) 1
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| |
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्यय
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्ययशजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्ययशजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔर
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्ययशजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔरझुकाने की क्षमता है।“दााँतोंनेपुनः िमकी दी, “हम सब जमलकर तुझेघेरे। िडे हैं ।कब तक हमसे बचेगी?” िीभ ने दााँतों केघमंड को चूर करते हुए चेतावनी दी, “डॉक्टर को बुलाऊाँ?दाँत
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्ययशजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔरझुकाने की क्षमता है।“दााँतोंनेपुनः िमकी दी, “हम सब जमलकर तुझेघेरे। िडे हैं ।कब तक हमसे बचेगी?” िीभ ने दााँतों केघमंड को चूर करते हुए चेतावनी दी, “डॉक्टर को बुलाऊाँ?दाँत जचजकत्सक एक-एक को बाहर कर देगा मुझेतो छुएगा भीनहीं और तुम सब बाहर जदिाई दोगे।“
कृती -३(शब्द सांपदा) 1पररच्छेद मेंप्रयुक्त प्रत्यय युक्त शब्द ढूंढ कर मूल शब्द और प्रत्यय अलग करकेजलजिए।१) शब्द = मूल शब्द + प्रत्यय ____________________| ||____________________|२) शब्द =मूल शब्द + प्रत्ययशजक्तशाली दााँत भी आजिर अपनी हार क्यों मानने लगे? बोले , “हमारी िडें बहुत गहरी है। हमारे कडे और नुकीलेपन के कारण बडे-बडे हमसे थराते हैं।“जिह्वा नेजववेकपणूाउत्तर जदया ,”तुम्हारेनुकीलेया कडेपन का कायाक्षेत्र मुाँह के भीतर तक सीजमत है। जवनम्रता से कहती ह ाँजक मुझ मेंपरूी दुजनया को प्रभाजवत करनेऔरझुकाने की क्षमता है।“दााँतोंनेपुनः िमकी दी, “हम सब जमलकर तुझेघेरे। िडे हैं ।कब तक हमसे बचेगी?” िीभ ने दााँतों केघमंड को चूर करते हुए चेतावनी दी, “डॉक्टर को बुलाऊाँ?दाँत जचजकत्सक एक-एक को बाहर कर देगा मुझेतो छुएगा भीनहीं और तुम सब बाहर जदिाई दोगे।“घमंडी दााँत अब जनरुत्तर थे। उन्हें कजवता की यहपंजक्त याद आ गई, 'जकसी को पसंद नहीं सिती बयान में ,तभी तो दीनहींहड्डी िबान में।‘ घमंडी बातोंनेआजिर