कंदुक-खल्लिका संधि का चित्र सहित नामाकरण
Answers
Answered by
0
Answer:
कंदुक खल्लिका संधि में अस्थि का गोल सिरा दूसरी अस्थि के कटोरी रूपी गुहिका में ध्ंसा होता है। इस के कारण कंधे और घुटने जैसे जौड़ो में, सभी दिशाओं में गति सम्भव हो जाती है। ... उत्तर: कपाल में केवल नीचे वाले जबड़े की अस्थि, गति करती है ।
Explanation:
Please mark me as a BRAINLIEST
Similar questions