क. थके-हारे मन की उलझन क्या है?
{I} निराशापूर्ण वातावरण को मजबूती से झेलने की।
{II} भ्रष्टाचार के अँधेरे के सामने घुटने टेककर संसार का सुख प्राप्त करने की।
{III} उलझन को झेलने की।
{IV} विकल्प {i} और {ii} सही हैं।
Answers
Answered by
1
Answer:
1 and 2 is your questions answere
Similar questions