कृ धातु, लट् लकार प्रथम पुरुष बहुवचन में रूप होगा –
Answers
Answer:
Kra Dhatu Roop In Sanskrit – कृ धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
June 26, 2020 by sastry
कृ धातु के रूप – Kra Dhatu Roop In Sanskrit
कृ धातु रूप: गुणों के उत्पादन से। संस्कार ये दोनों ही काम करते हैं। ‘सम्’ उपसर्ग पूर्वक ‘कृ’ धातु से ‘घञ्’ प्रत्यय करने पर ‘संस्कार’ शब्द बनता है। पूर्वाचार्यों ने संस्कार हैं।
कृ (= करना) – Kra (= Karana)
लट् लकार (वर्तमानकाल) – Lat Lakar (Present Tense)
परस्मैपद
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष करोति कुरुतः कुर्वन्ति
मध्यम पुरुष करोषि कुरुथः कुरुथ
उत्तम पुरुष करोमि कुर्वः कुर्मः
आत्मनेपद
पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष कुरुते। कुर्वाते कुर्वाते
मध्यम पुरुष कुरुषे कुर्वाथे कुरुवहे
उत्तम पुरुष कुर्वहे कुरुमहे, कुर्महे कुर्वते कुरुध्ये
Explanation:
‘कृ’ धािुका लङ् लकाि-प्रथम पुरुष-बहुििन में रूप होग