कोविड-19 पर निबंध लिखिए 250 शब्द का
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Explanation:
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
Answer:
कोरोना एक वायरस है, जो संक्रमण की माध्यम से पूरी दुनिया में बहुत तेजी से फैलने वाली बीमारी बन गया है। जिससे हर दिन लाखों की संख्या में लोग इस वायरस से संक्रमित हो रहे है। इसका कारण यह है की, ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमित हो जाता है।
ऐसा कहा जाता है की, ये वायरस हवा की माध्यम से भी फैल जाता है। आज ये महामारी पूरी दुनिया में तेजी से फैल रही है। जिसके कारण इस वायरस की वजह से लोगों की बहुत ज्यादा मात्रा में मृत्यु हो जाती है। इसलिए हमे इससे बचने के लिए जल्दी से ऐसी दवाई का निर्माण करना होगा जो इस वायरस को जड़ से खत्म कर सके।
विश्व स्वास्थ्य संघटन जिसे हम लोग WHO कहते है। उस संघटन ने इस कोरोना के बीमारी को वैश्विक महामारी के रूप में पुष्टि की है। जिसे हम COVID-19 भी कहते है। क्योंकि यह बीमारी दुनिया के आधे से ज्यादा देशों मे फैल गई है।
कोरोनावायरस का जन्म
ऐसा कहा जाता है की, कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन का एक शहर वुहान में हुई थी। दुनिया के सबसे पहले कोरोना वायरस के मरीज इसी शहर में मिले थे।
इसका कारण यह है की, इस वुहान शहर में कई प्रकार के पशु – पक्षियों के प्रजातियों का मास बेचा जाता था। जो पूरी तरह से दिल दहला देने वाली बात थी। वहा के वैज्ञानिकों का कहना है की इसी पशु पक्षियों को बेचने वाले बाजार में चमगादड़ नामक एक पक्षी की प्रजाति इस कोरोना से संक्रमित थी।
जिसका मास खाने की वजह से ये वायरस बहुत तेजी से इंसानों में फैल गया। कुछ लोगों का ये भी कहना है की, उस शहर मे स्थित एक संस्था जिसका नाम है वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी। जिसमे इस वायरस पर प्रयोग हो रहे थे। लेकिन वो प्रयोग करते समय किसी को इस वायरस की लागण हुई और बादमें ये वायरस पूरी दुनिया में फैल गया। लेकिन इसका कोई ठोस सबूत नहीं है।
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