काव्य रस के प्रमुख बिंदुओं का उल्लेख करते हुए एक परियोजना तैयार कीजिए
Answers
Answered by
0
Answer:
विभाव , अनुभाव तथा संचारी भाव से संयुक्त एवं विविध अभिनयों द्वारा व्यञ्जित स्थायीभाव ही रस या नाट्यरस में परिणत हो जाता है ।
स्थायीभाव रस नहीं है किन्तु रस का आधार है ।
स्थायीभाव से अभिप्राय कवि या सहृदय के स्थायीभाव से न होकर नायक के स्थायीभाव से है ।
Explanation:
भरतमुनि के कथन के महत्त्वपूर्ण बिन्दु –
रस अनुभूति का विषय है ।
Similar questions