काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए देव तुम्हारे कई उपासक कई ढंग से आते हैं सेवा में बहुमूल्य भेंट में कई रंग की लाते हैं धूमधाम से साल बाद से वह मंदिर में आते हैं मुक्ता में बहुमूल्य वस्तुएं नागर तुम्हें चढ़ाते हैं मैं ही हूं गरीब नहीं ऐसे जो कुछ साथ नहीं लाए फिर भी साहस कर मंदिर में आए पूजा करने चली आई धूप दीप नैवेद्य नहीं है झांकी का शृंगार नहीं खाए गले में पहनने के लिए फूलों का हार नहीं कैसे करूं कीर्तन मेरे स्वर में मधुर नहीं मन का भाव प्रकट करने के लिए पानी चतुराई नहीं प्रस्तुत काव्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक लिखिए
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jajbba man
Explanation:
anaa annna
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