काव्यांश पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
तेहि सन नाथ मयत्री कीजे। दीन जानि तेहि अभय करीजे।।
सो सीताकर खोज कराइहिं। जहँ तहँ मरकट कोटि पठाइहिं।।
एहि बिधि सकल कथा समुझाई। लिए दुऔ जन पीठि चढ़ाई।।
जब सुग्रीवँ राम कहुँ देखा। अतिसय जन्म धन्य करि लेखा।।
(क) कौन किसके साथ मित्रता करने के लिए कह रहा है?
(ख) सीता जी की खोज कैसे होगी?
(ग) किसने-किसको संपूर्ण कथा समझाई?
(घकिसका जन्म धन्य हो गया?
(ङ) कौन किसको अभय करेगा?
{(ans only question bank c)}
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तेहि सन नाथ मयत्री कीजे। दीन जानि तेहि अभय करीजे।।
सो सीताकर खोज कराइहिं। जहँ तहँ मरकट कोटि पठाइहिं।।
एहि बिधि सकल कथा समुझाई। लिए दुऔ जन पीठि चढ़ाई।।
जब सुग्रीवँ राम कहुँ देखा। अतिसय जन्म धन्य करि लेखा।।
(क) कौन किसके साथ मित्रता करने के लिए कह रहा है?
(ख) सीता जी की खोज कैसे होगी?
(ग) किसने-किसको संपूर्ण कथा समझाई?
(घकिसका जन्म धन्य हो गया?
(ङ) कौन किसको अभय करेगा?
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