केवड़ा ओम सा मन हो रहा है हां खा लिया कैसा प्रकार और का
Answers
शिव को महादेव, भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे ‘भैरव’ कहा गया है| भोलेनाथ हिन्दू धर्म की त्रिमूर्ति में से एक हैं। त्रिमूर्ति अर्थात ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश (शिव)। वेदों में शिव को रुद्र के नाम से सम्बोधित क्रिया गया तथा इनकी स्तुति में कई ऋचाएं लिखी गई। सामवेद और यजुर्वेद में शिव-स्तुतियां उपलब्ध हैं। उपनिषदों में भी विशेषकर श्वेताश्वतरोपनिषद में शिव-स्तुति है। वेदों और उपनिषदों के अतिरिक्त शिव की कथा अन्य कई ग्रन्थों में मिलती है। यथा शिवपुराण, स्कंदपुराण, लिंगपुराण आदि।
भगवान शिव व्यक्ति की चेतना के अन्तर्यामी हैं। अधिक्तर चित्रों में शिव योगी के रूप में दिखाए गए हैं और उनकी पूजा शिवलिंग तथा मूर्ति दोनों रूपों में की जाती है। शिव के गले में नाग विराजमान हैं, हाथों में डमरू और त्रिशूल लिए हुए हैं। कैलाश में उनका वास है। यह शैव मत के आधार है। इस मत में शिव के साथ शक्ति सर्व रूप में